मखमली बिस्तर पर आराम फरमाने वाले सांसद आजम खां की रात शुक्रवार को सीतापुर जेल में करवटें बदलते कटी। कुछ ऐसा ही हाल उनके बेटे अब्दुल्लाह आजम और एमएलए बेगम तंजीन फात्मा का भी था। वैसे तो जेल पहुंचने पर इस रईस फैमिली के चाहने वालों ने आराम की हर चीज जेल में पहुंचाने की कोशिश की। बिछौना, ओढना, तकिया सब बाहर से गया था। जेल प्रशासन ने भी सांसद, विधायक के प्रोटोकॉल का हवाला दे, मेहमान नवाजी में कोई कसर नहीं छोड़ी, लेकिन इन सबके बावजूद राजनैतिक रसूख रखने वाले इस परिवार की रात बेहद मुश्किल में कटी।
जेल के सूत्रों के अनुसार अच्छी नींद न आने से आजम खां व उनके बेटे अब्दुल्लाह सुबह पांच बजे ही उठ गए थे। शौच आदि के बाद दोनों ने वजू किया और फज्र की नमाज पढ़ी। उसके बाद चाय पी। चाय के बाद दोनों लोग तैयार हुए। बाद में नाश्ता किया। उसके बाद उनके मिलने वालों की आमद शुरू हुई। हालांकि उन्होंने जेल में खाने की कोई अलग से फरमाइश नहीं की।
आजम खां, उनकी पत्नी तंजीन फात्मा का चिकित्सकों ने परीक्षण कर दवाएं दीं। दोनों लोग पहले से भी दवा खा रहे थे, लेकिन जेल में परिक्षण के बाद उन्हें और दवाएं दी गईं। सूत्र बताते हैं कि दोनों लोगों का शुगर, ब्लड प्रेशर चेक किया गया। दोनों के दिल की धड़कने धीमी और तेज होती रहीं। मुलाकात कर निकली खुद सांसद आजम खां की बहू सिजरा अदीब ने अपने सास, ससुर की पीड़ा बयां की। बोलीं, उनके परिवार के लोग काफी तकलीफ में है। अच्छे से खाना भी नहीं खाया। बैरकों में मच्छर लग रहे थे।
अपनी शायराना और चुभीली तकरीर के लिए मशहूर रामपुर के सांसद आजम खां भले ही जेल की सलाखों में हैं, लेकिन उनका अपने करीबियों से मिलने का अंदाज पुराना ही था। सूत्र बताते हैं कि वह सीतापुर जेल में लकदक कपड़ों में तैयार होकर जेल परिसर में कुर्सी पर बैठे। सूत्र बताते हैं कि जेल प्रशासन की ओर से आजम, उनकी पत्नी व बेटे के लिए कुर्सियां लगवाई गई थीं। साथ ही उनसे मिलने वालों के लिए भी कई कुर्सियों का इंतजाम किया गया था।
जेल में बंद सांसद आजम खां को शायद जेल के बर्तनों में खाना रास नहीं आया, इसीलिए पूर्व विधायक अनूप गुप्ता ने उनके लिए तीन तौलिया व साथ में प्लेट, कटोरी, चम्मच, ग्लास आदि बर्तनों का डिब्बा जेल के अंदर भेजा। हालांकि सांसद के जेल पहुंचने के फौरन बाद ही कई भारी भरकम बैगों में उनकी जेल गृहस्थी का सामान उसी दिन गया था।