मेरठ। कप्तान के आवास के चंद कदमों की दूरी पर कुटिया पर चाय की दुकानों पर अराजकता पसरी है। मंगलवार को भी चाय पीते हुए कई युवकों ने लड़कियों पर कमेंट किए थे। उसके बावजूद भी पुलिस ने कार्रवाई तक नहीं की। हैरत की बात है कि खुलेआम फायरिग की वीडियो तक वायरल होने पर भी लालकुर्ती पुलिस मुकदमा तक दर्ज नहीं कर रही है। सिर्फ एनसीआर दर्ज कर खानापूरी की जा रही है।
कंकरखेड़ा निवासी एमबीए के छात्र अभिषेक त्यागी का मानसरोवर में रहने वाले अभिमन्यु वाधवा से चार दिन पहले विवाद हुआ था। विवाद किसी लड़की को लेकर चल रहा था। आरोप है कि अभिमन्यु ने अभिषेक त्यागी को कुटिया स्थित चाय की दुकान पर बुलाया व साथियों के साथ मारपीट कर दी। विवाद इतना बढ़ा कि चाय की दुकान के बाहर पड़ी कुर्सी एक-दूसरे पर फेंक दिया। छात्रों ने पिस्टल से फायरिग की। फायरिग की घटना के बाद भगदड़ मच गई।
सिविल लाइन और लालकुर्ती दोनों थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। मामला लालकुर्ती का होने की वजह से पीड़ित पक्ष की तरफ से उसी थाने में तहरीर दी गई। कप्तान तक से छिपाया गया कि पिस्टल लहराकर फायरिग नहीं हुई। घटना की वीडियो वायरल होने के बाद मुकदमे के नाम पर सिर्फ एनसीआर दर्ज की।
पुलिस का यह हाल तब है, जब एसएसपी आवास के समीप घटना हुई है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि सत्ता पक्ष के एक विधायक के दबाव में होने की वजह से पुलिस पूरे मामले को दबाने में जुटी है। उधर, दोनों पक्षों का समझौता कराने का प्रयास चल रहा है।